Rajiv Gandhi Scholarship Yojana:राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना और उनकी शिक्षा को सरल बनाना है। इस योजना के अंतर्गत छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाती है। यह योजना मुख्य रूप से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए है, जिससे वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें और बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकें।
राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। कई बार आर्थिक तंगी के कारण प्रतिभाशाली विद्यार्थी अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार उनकी इस समस्या को हल करने का प्रयास कर रही है।
छात्रवृत्ति की राशि और लाभार्थी
इस योजना के तहत विद्यार्थियों को उनकी कक्षा और प्रदर्शन के आधार पर निम्नलिखित लाभ दिए जाते हैं:
- छठी से आठवीं कक्षा: प्रत्येक कक्षा में एक छात्र और एक छात्रा को टॉप करने पर 750 रुपये छात्रवृत्ति दी जाती है।
- नौवीं से 12वीं कक्षा: प्रत्येक कक्षा में एक छात्र और एक छात्रा को टॉप करने पर 1000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
- एचआर-4 स्कीम के तहत:
- पहली से पाँचवीं कक्षा तक एससी कैटेगरी के लड़कों को 450 रुपये और लड़कियों को 675 रुपये।
- छठी से आठवीं कक्षा तक एससी कैटेगरी के लड़कों को 600 रुपये और लड़कियों को 900 रुपये।
- एचआर-5 और एचआर-6 स्कीम के अंतर्गत बीसीए एवं बीपीएल कैटेगरी के छात्रों को:
- पहली से पाँचवीं कक्षा तक 225 रुपये।
- छठी से आठवीं कक्षा तक 300 रुपये।
आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज
इस योजना का लाभ उठाने के लिए विद्यार्थियों को अपनी जानकारी वन स्कूल पोर्टल ऐप पर अपलोड करनी होगी। आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- विद्यालय द्वारा जारी किया गया प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
आवेदन की अंतिम तिथि
राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना के तहत आवेदन करने के लिए छात्रों को 2 दिसंबर तक अपना डेटा वन स्कूल पोर्टल पर अपलोड करना आवश्यक है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्कूल मुखियाओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि योग्य विद्यार्थियों की जानकारी समय पर पोर्टल पर उपलब्ध करवाई जाए।
स्कॉलरशिप प्राप्त करने की शर्तें
- विद्यार्थी सरकारी विद्यालय में पढ़ रहा हो।
- विद्यार्थी ने पिछली कक्षा में उच्चतम अंक प्राप्त किए हों।
- विद्यार्थी की उपस्थिति न्यूनतम 75% होनी चाहिए।
- आवेदन की समय सीमा के भीतर सभी आवश्यक दस्तावेज जमा किए गए हों।
राज्य सरकार की पहल और दिशा-निर्देश
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाचार्य को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी योग्य विद्यार्थियों की सूची वन स्कूल पोर्टल पर अपलोड कर दी जाए। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) नवीन गुलिया ने भी सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि वे इस योजना को समय पर लागू करें, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकें।
योजना का प्रभाव और लाभ
राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना विद्यार्थियों के लिए कई मायनों में फायदेमंद साबित हो रही है:
- आर्थिक सहायता: गरीब और मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे वे अपनी शिक्षा सुचारू रूप से जारी रख सकते हैं।
- शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ती है: छात्रवृत्ति मिलने से छात्रों में पढ़ाई को लेकर उत्साह और प्रेरणा बनी रहती है।
- शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार: कक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने की होड़ रहती है, जिससे कुल मिलाकर शिक्षा के स्तर में सुधार होता है।
- विद्यालय छोड़ने की दर में कमी: इस योजना के कारण छात्र बीच में पढ़ाई छोड़ने के बजाय उच्च शिक्षा की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।
राजीव गांधी स्कॉलरशिप योजना एक सराहनीय पहल है, जो विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने और उनकी आर्थिक मदद करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना से न केवल मेधावी छात्रों को सम्मान मिलता है, बल्कि उन्हें अपने भविष्य को बेहतर बनाने का अवसर भी मिलता है। सरकार की यह पहल छात्रों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती है और शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इसलिए, जो विद्यार्थी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, वे जल्द से जल्द 2 दिसंबर से पहले अपने आवेदन और आवश्यक दस्तावेज वन स्कूल पोर्टल ऐप पर अपलोड करें, ताकि वे इस महत्वपूर्ण योजना के लाभार्थी बन सकें।